संयोजक के बारे में image

नाम :-आर्यन चिराम {तुमेश कुमार चिराम}

पिता का नाम :-स्व.श्री तुलसी राम चिराम

माता का नाम :-श्रीमती रामेश्वरी देवी चिराम 

योग्यता:- बी.ए ,एम.ए(समाज शास्त्र) अध्ययनरत ,बी.एस. सी अध्ययनरत

अन्य योग्यता:- DCA, BPO, ऑफिस मैनेजमेंट, मोबाइल रिपेरिंग,D.ED

ग्राम+पोस्ट:- कोदागाँव पटेल पारा 

जिला+तहसील:-उ.ब.कांकेर छत्तीसगढ़

पिन नंबर 494670

ऑफिस वेब साइड :-http://halba-halbi-samaj.blogspot.in/

ई.मेल :-HALBASAMAZ@GMAIL

मोबाइल नंबर 9407749514, 7354901868, 8462886585, 9617301686,


मेरे बारें में

मैं गांव का रहने वाला एक एक साधारण लड़का हुं। मुझे अपनें समाज से बहुत ही लगाव है। बचपन से समाज के लिए कुछ करना चाहता था समाज को सभी क्षेत्रों में आगे लागे हेंतु हमेशा प्रयासरत रहता हुं। परन्तु मुझे आज तक हमारे समाज का बिना किसी स्वार्थ के सेवा करने वालें मिले सायद उन तक मैं नही पहुंच पाता जो बिना किसी स्वार्थ के समाज की सेवा करना चाहते है। या हमारे समाज में एैसा कोई नही है। जो बिना किसी स्वार्थ के समाज की सेवा करें, मुझे नही पता पर मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभा रहा हुं। और निभाते ही रहुंगा जब तक है। जान......... हमारें समाज को राजनीतिक व धार्मिक व अन्य कुटनीति से बांटने वालों तुम्हारें इतनी औकात नही की तुम मेरे प्यारें आदिवासी हल्बा हल्बी समाज को बांट सकों,एैसे लोगों से हमारे समाज को दुर रहना चाहिए जो समाज के सामने मिठी मिठी बातें करें व समाज के पीट पीछे अपने स्वार्थहीत हेतु राजनीति व धार्मिक लाभ चाहें, भाईयों एैसे ही लोग समाज को बांटते हैं। जो तथा समाज को तोडने का कार्य भली भांति करते है।मै अपने समाज में हो रहे कुछ गतिविधियों के कारण हताहत हुं। और कुछ गतिविधि जो हमारें सभी भाईयों को जोड़ने के लिए किया जा रहा है। उन सभी कार्य से काफी प्रसन्न भी हुं।मुझे बचपन से समाज की नीति नियम रीति रिवाज और संस्कार को जानने की इच्छा थी इसलिए यह मेंरा प्रमुख विषय बन गया, मै अपने समाज के प्रति तन मन धन से समर्पित हुं। पर मैं अकेला क्या कर सकता हुं। कहते हैं न कि अकेला चना भाड़ नही फोडता ऐ बिलकुल सही है। मै अकेला कार्य कर रहा हुं। और आप सभी की सहायता की बहुत जरूरी है। आप जिस भी रूप में समाज की सेवा करना चाहतें है। चाहें तन से हो या मन से या फिर धन से आप जिस भी रूप में मेंरा सहयोग करेंगें समाज की उन्नती में उतनी ही सहायता होगी, मैं तो इस कार्य को जब तक जिन्दा हुं, करूंगा ही मुझे नही पता इसका परिणाम क्या होगा और कितना देर से दिखाई देगा पर जब भी परिणाम आयेगा बहुत अच्छा परिणाम आयेंगा,मैं अकेला मुझसे जितना हो सकें वो करता हुं और करता ही रहुंगा, समाज मुझे बहुत कुछ दिया, अब मुझे समाज को बहुत कुछ देना है।, चाहें कोई और ,अपना दायित्व समाज को आगे बढ़ाने में समझें या न समझें, मै। समाज को आगे बढ़ाने में अपना दायित्व जरूर निभाउंगा,मै समाज की न्याय व रीति रिवाज पर पुर्ण आस्था है। पर अगर कोई समाज के साथ कुछ अन्याय करता है। तो वह मुझसे सहन नही होता चाहे अन्याय करने वाला व्यक्ति कोई समाज के किसी बढ़े पदाधिकारी ही क्यो न हो उनको बोलने से नही घबराता,दोस्तो कोई है। आपमे जो समाज की निस्वार्थ सेवा करना चाहता है।,दोस्तो मै कुत्ता कमीना हरामखोर सुवर और एकात गाली बच गया हो उसे भी जोड़ लो ये सब नही हुं, मै नशा गांजा अफिम तम्बाकु चरस गुटखा गुडाखू सराब और कुछ छुटा होतो उसे भी जोड लो ये सब नही करता,
मुझे अमिताभ बच्चन गोविंन्दा सलमानखान शाहरूख खान धर्मेन्द्र  सनी देओल जितेन्दर कोई नही पहचाते,
मै एक भोला लड़का हुं। पर भाला नही रखता, मै सीधा लड़का हुं पर सादा नही हुं रंगीन हुं, मैं अच्छा लड़का हुं पर कभी कभी तबियत खराब हो जाता है। आदि जय हल्बा जय मां दन्तेश्वरी
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